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Thursday, February 14, 2013

राशि शृंखला वृषभ राशि / भाग ३


राशि शृंखला वृषभ राशि / भाग ३

वृषभ राशि : - यह राशि पृथ्वी तत्व की स्त्री राशि स्थिर स्वभाव् कि राशि है।
राशि स्वामि : शुक्र
बोध चिन्ह : बैल
अक्षर : ब व ऊ

वृषभ राशि सौन्दर्य प्रिय राशि है। व्रशभ् राशि के व्यक्ति सौन्दर्य के प्रति बहुत् जागरुक होते है। प्रणय और सौन्दर्य कि साम्राग्यि वृषभ राशि के व्यक्ति हमेशा संसार्सक्त और लालसा लिये हुए होते है। ये व्यक्ति बहुत् मौज मस्ती करने वाले, जीवन के विविध रंगो का स्वाद् लेने वालों मे से होते है। ये अति कला प्रिय होते है। अपने फ़न् को बहुत् अच्हे से संभाल के रखते है। ये व्यक्ति फ़शन के शौकीन् होते है। इन्हे नायी चीजो का शोध करना बेहद पसंद होता है लेकिन वैज्ञानिक नही सान्सरिक। इस राशि के प्रति भिन्न लिंगी व्यक्ति बहुत् जल्दी आकर्षित होते है। ये व्यक्ति बहुत् जल्दी प्रेम प्रसंगो मे पड जाते है। इन्हे इत्त्र, परफ़्युम, मेहेंगे वस्त्र, बहुत् जल्दी भाते है। वृषभ राशि के व्यक्ति किसी भी काम को बडे मन लगा कर करते है। आप देखेंगे आपके इर्द गिर्द ऐसे लोग होंगे जो कोइ काम हाथ् मे लेते है तो अंतिम चरण तक पाहुचाते है। हर लिये हुए काम को पूर्णता देना पसंद है। अपने आप को झोंक के काम करना इनकी फ़ितरत मे है। वृषभ राशि के व्यक्तियो को रंग संगति कि उत्तम पहिचान होती है। ये व्यवस्थित और स्वछ्ता प्रिय होते है। इनके हसने बोलने के ढंग से दिखावटीपन और बनावटीपन साफ़् छलकता है । थोडे घमंडी भी होते है। इनके बर्ताव मे जरा नटखटपन और एक प्रकार कि अदा होती है। शारीरिक ताकत उत्तम होने के बावजूद शारीरिक श्रम करने कि तयारी बिल्कुल नही होते अर्थात जरा आलसी वृत्ति के होते है। परंतु सच्चायी तो ये है कि इन्हे जीवन मे अति कष्ट लेने पडते है और दुख की बात ये है कि इन्हे उसका क्रेडिट भी नही मिलता। जल्दी थक जाते है और काम तब् ही करते है जब् बन पड जाती है। इनका तरुण काल मोज मस्ती से गुजरता है लेकिन वृद्धापकाल कष्टप्रद होता है। व्यवहार से ये व्यक्ति बडे ही दिलदार होते है। इन्मे सबसे अछ्हि बात ये है कि ये अपयश को भी दिलखुलासपन से स्वीकर् करते है।

शारीरिक वर्णन : सुडोल बंधा, सतेज कांती, भरीव गाल, आंखो कि पालक काली व छल्लेदार होती है। केशभुषा व वेशभूषा फ़शन के हिसाब् से बदलती रेह्ती है। पुरुष वर्ग दिखने मे अच्हे होते है व स्त्रियो को साज सज्जा मे रुचि होती है।

कार्यक्षेत्र : अभिनय, संगीत,नृत्य, कला, वाणिज्य एवं कला शाखा, फ़शन डिजाइनर, ब्युटि परलर, ऐर होसटेस, इमिटेशन ज्वेलरि, बेंक, मोडलिंग, अर्थशाखा, परफ़युम् इत्यादि।

शरीर पर सत्ता : गला, गले का अन्तरिक् भाग,स्वर् यन्त्र , श्वास् नालिका का उपरी भाग, अन्न नलिकेचा उपरि भाग, टोंसिल्स व थायरोइड ग्रंथि।

राशियो कि जानकारी आप सभी के समक्ष रखने का एकमेव कारण कि आप इस जानकारी से अपने जीवन को लाभ पहुचा सकते है। क्योकि कारण यह है जैसा की हमने पहले के लेखो मे देखा कि तत्व हम पर गेहरी छाप छोड्ते है उसी प्रकार जब् पंचमहाभूत, तीनो तत्व,स्वभाव् और राशि जब् इन सबकी जानकारी मोटे तोर पे आपको ज्ञात होगी तो सोचिये लोगों को पहिचानना उन्हे सही तरिके से जोड्ना या जुडना कितना आसान हो जायेगा। आप आजमा के देखते जाइये। निश्चित अगर लाभ भले ही ना हो (जो कि जरुर होगा) लेकिन हानि भी नही हो सकती। इसी के साथ् हम आगे ये भी देखेंगे कि कोन कोन सी राशि आपस मे मित्रता, शत्रुता व संमित्रता का व्यवहार रखती है जिस से कि आप वर्गीकरन करने मे सक्षम हो सकते है। इसका पहला फ़ायदा ये कि आप ढोंगी पाखण्डी ज्योतिषो से जो अधुरा ज्ञान लिये लोगों को भ्रमित करते है उनसे बच जायेंगे।

 अगले लेख मे अगली राशि

सरिता कुलकर्णी

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