राशी शृंखला - धनु राशी / भाग 10
धनु राशी अग्नि तत्व की पुरुष राशी है।
द्विस्वभाव राशि।
राशी का स्वामि - गुरु
बोध चिन्ह : अर्ध अश्वाकृति धनुर्धारी पुरुष
अक्षर - भ, ध, फ, ध, य
धनु राशि के बारे मे लिखते हुए काहा है की यदि हम रात मे अगर आकाश मंडल को देखते है तो निहारिका पुंज से चित्र उभर कर सामने आता है वह ऐसा लगता है, मानो अश्व के सदृश्य जंघा वाला मनुष्य धनुष पर बाण चढाए हुए हुए खडा हु और लक्ष्य साधन कर रहा हो। संस्कृत ज्योतिष ग्रंथों मे कहा गया है, धनुश्च से धनुः पश्चाच्छरीरो हयः अर्थात शरीर का निम्न भाग अश्व के समान हो।
आज के युग मे सबसे बेहतर तरीके से जीवन जीने वाली ये धनु राशी के व्यक्तियो जीव्हा पर सरस्वती और बाहु मे रण चण्डी स्वतह् विद्यमान होती है। धनु राशी के व्यक्ति बुद्धिमान, आक्रामक, धाडसि वा कर्तुत्ववान होते है। मनुष्यता व पशुता का मध्य मेल इस राशी मे पाया जाता है। इसका बोध चिन्ह भी यहि दर्शाता है। इस राशी के व्यक्तियो मे बुद्धिमत्ता, विवेक, शौर्य इन तीनो का उत्तम मिलाप होता है। और इसी कारण समाज को ऐसे व्यक्तियो की अत्यन्त आवश्यकता है। दुसरे शब्दो मे ऐसा भी काहा जा सकता है की यहि वो राशी है जो समाज मे जगने लायक है। थोडी से स्वार्थि किस्म के धनु राशी के व्यक्ती अपना फ़ायदा तो देखते ही देखते है साथ् ही साथ् दूसरो का फ़ायदा भी करवाते है। और यहि गुण इन्हे आगे ले जाता है। इनको समाज सेवा की बहुत् रुचि होती है लेकिन इन्होने की हुइ समाज सेवा खुद का भरन पोषन करके ही की हुइ रहती है। ना ये मांगना पसंद करते है ना कोइ मांगे इन्हे भाता है।
धनु राशी के व्यक्तई क्रति प्रिय होते है। ये बहुत् फ़ुर्तिले, चुस्त, कार्य कुशल, दक्ष एवं निरन्तर अपने लक्ष्य की ओर चलने वाले होते है। ऐसे व्यक्तियो के स्वभाव और व्यवहार से कुछः ज्यादा ही दार्शनिक होते है। इनकी दार्शनिकता अनुभवो और पाठन कार्यो से आयी हुइ होती है। किसी भी प्रसंग से या संबंधो से गःरी आत्मीयता नही रखते, अपितु यथासंभव अपने आपको बचाये रखने की कोशिश करते है। अगर देखा जाये तो ब्रह्म, जीव, माया, आत्मा परमात्मा पर सहज ही बोलते लेते है। इनके पास शौर्य और क्षत्रिय व्रत्ति होती है। ये व्यक्ति किसी से घबराते नही। यह राशी द्विस्वभाव होने पर भी निश्चय किया हुआ प्रण पुरा करके ही छोडते है। धनु राशी के व्यक्ति आने वाली घटनाओ का अनुमान अचुक लगाते है।
धनु राशी की सबसे विशेष बात यह है की इन पर गुरु का वरध हस्त होता है इसलिये इह्ने इनकी अपेक्षा के मुताबिक यश मिलता है लेकिन बेजोड मेहनत के साथ् केहना ज्यादा उचित होगा। धनु राशी के व्यक्ति बहुत् ही मूडी होते है। समय के बडे पाबंद होते है। समय को ये विशेष महत्व देते है। और चाहते है की बाकी भी समय को महत्व दे। किसी भी दुखी की मदद करना ये अपना कर्तव्य समझते है और कयी बार तो ये अपने हितो के प्रति भी उदासीन से हो जाते है। परिश्रम मे विश्वास करते है और आराम कम से कम करते है। दिखावा करना इन्हे बिल्कुल पसंद नही आता। सादगी प्रिय होते है। इनके जीवन का ध्येय 'सादा जीवन उच्च विचार'।
शारीरिक वर्णन :- धनु लग्न के जातक स्थुलकाय, उच्च और विस्तरत ललाट, जरा दबी सी नाक, मोटे होंठो और सुनहरे बाल। आंखे पैनी होने के कारण भाप्ने की इनमे गजब् की शक्ति होती है। दूसरो की मन की बात ये बहुत् जल्दी समझ जाते है।
कार्यक्षेत्र :- दर्शन शास्त्र के प्रोफ़ेसर्, धार्मिक महान्त, उच्च कोटि के संत, होल्सेल् मार्केट, पोरोहित्य, खिलाडू, खेल प्रशीक्षक, विविध संस्थाओ के अधिकारी, प्राध्यापक, कुलगुरु, शिक्षक, कलेच्तर, दलाली, सट्टा बाजारी।
धनु राशी शरीर मे लिवर, जंघा, गाउत, हिप् बोन्स, पार्श्व भाग, वात पर अमल करती है।
सरिता कुलकर्णी
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Secrets Series of Zodiac sign – Sagittarius / Part 10
The Sagittarius / Fire Element / male sign / Triplicity of Dual nature
Lord of the Sign – Jupiter
Symbol – The signs symbolized by four-footed creature holding the bow and arrow known as Archer and noticeable part the partial look is human and rest animal. The front part display human body and back is of animal form. Its a perfect and balanced combination of human and animal.
While explaining about the zodiac sign Sagittarius Sadgurudev told, that when we observe the collection of stars in the sky we see the picture where in half human and half animal image comes out. It seems to be an image of a human having his partial body of horse and holding a bow and arrow with ready position of attack. In sanskrit jyotish granthas it has been mentioned, "Dhanushch se dhanuh paschaachchhreero hayah" means partial body refelcts as horse body.
In today's time the zodiac sign which is known as most survivable sign among all the rest one. Literally their tongue is blessed with goddess Sarasvati and physique with the power of Ranchandi. The sagittarians are so intelligent, aggressive, courageous and capable enough. we can see the perfect combination of humanity and bestiality. basically if we observe minutely the symbol also signifies the same. These people are superb package of intellectualism, consciousness and bravery. That's the reason they are utterly needed in society. In other words it can be said this is the one of the best sign which have the perfect combination to run the society in best form.
Well they are little bit self centered, who first see their benefits and then others. But along with doing such acts they always keep other's concern also in their mind. And this quality takes them to the heights of success. They can like doing social acts but their charity acts are like first fulfilling our needs and then others.They can also be a little inarticulate, caring more about making their point, than the elegance of the style in which it is made.
The sagittarians like to do work all the time. They are very enthusiastic, healthy, capable, proficient and continuously moving towards their aim. These types of people generally are very philosophical by their nature. But this philosophy is came from their experiences and thorough deep studies. by the way they dont get blow away with relationship and or any situation rather they try to escape from such situations. If we see, they can easily talk on the tedious subject like Brahma, Jeeva, Maaya, Atmaa parmaatma. They have superb fighting spirit. They are fearless. besides the dual element they can easily sticked to their decisions and takes it to the final stage. They are good interpreters.
The very special quality of Sagittarians is they blessed with the blessings of their supreme master. Therefore they get desired success in their ventures but endless hard work goes hand in hand. They are so moody, punctual and gives prime importance to time. And of course they wish that others also understands the importance of time. They believe in hardworking and takes rest in so small amount. They simply hates from showoff. Actually they likes to live simple life high thinking.
Physical attribute :- This sign consists little bit hefty body, broad forehead, small and bit flat nose, sleek medium size lips and goldenish hairs. Their sharp eyes and nose can smell any thing wrong and can read other minds thought.
Area of field :- Philosophy, Saint, Wholesale market, players, sports, sports instructor, high authorized managers, teachers, collector, broker.
This signs rely upon liver, thighs, gout, hip bones.
Sarita S Kulkarni
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